बिहार में कोरोना की तीसरी लहर के बीच मंगलवार को इंटरमीडिएट का एग्जाम शुरू हो गया है। दो पालियों में छात्र एग्जाम दे रहे हैं। BSEB और शिक्षा विभाग परीक्षा के दौरान नकल रोकने का तमाम दावा किया है, लेकिन परीक्षार्थी इससे बाज नहीं आ रहे हैं। प्रदेश के कई जिलों से भास्कर के पास ऐसी तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, जिसमें अलग-अलग तरीकों से नकल करने की कोशिश की जा रही है। सिर्फ परीक्षार्थी ही नहीं, उनके अभिभावक भी नकल करवाने की कोशिश में नजर आए।

भोजपुर में नकल का अंदाज

भोजपुर में परीक्षा के पहले दिन ही परीक्षार्थियों द्वारा मोबाइल पर वायरल प्रश्न पत्र के आधार पर सेंटरों के बाहर चिट-पुर्जा तैयार करते दिखें। कई परीक्षार्थियों ने चिट तैयार कर जूते-चप्पल और जैकेट-स्वेटर में छिपा लिया। चिट (नकल) तैयार करने में दर्जनों छात्र-छात्राएं समय पर सेंटर पहुंच गए। कई परीक्षार्थी सेंटर के बाहर कागज और कलम लेकर कागज पर ऑब्जेक्टिव का उत्तर बनाते नजर आए। कदाचार को लेकर सदर SDO ज्योति नाथ सहदेव ने बताया कि महाराजा कॉलेज में भी दो लोगों को पकड़ा गया है। उन्हें निष्कासित कर दिया गया है। 5 लोग मोबाइल लेकर महाराजा कॉलेज के बाहर खड़े थे, उन्हें भी पकड़ा गया है। सभी पर कार्रवाई भी हो रही है।

वायरल हो रहा कथित गणित का प्रश्न पत्र।

वायरल हो रहा कथित गणित का प्रश्न पत्र।

अंगूठी में छिपाते नजर आए

वहीं, मुंगेर में इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए 19 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। यहां सोशल मीडिया पर इंटरमीडिएट का कथित गणित का प्रश्न पत्र तेजी से वायरल हुआ। अभिभावक एक-दूसरे को अपना वॉट्सऐप मोबाइल नंबर देकर वायरल प्रश्न पत्र और उसके उत्तर को मंगाते दिखे। नगर निगम चौक के पास 8 अभिभावकों का समूह मोबाइल से 6 इंच के थीन पेपर पर 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का उत्तर लिखकर अपने छात्र को अंगूठी में बना कर देते नजर आए। परीक्षा केंद्र मॉडल इंटरमीडिएट विद्यालय के बाहर भी बड़ी संख्या में अभिभावक लेटर बनाते दिखे।

गया में नकल की तैयारी करता परीक्षार्थी।

गया में नकल की तैयारी करता परीक्षार्थी।

ग्रुप बनाकर नकल की कोशिश

गया में भी छात्र नकल करते हुए नजर आए। गौरी कन्या उच्च विद्याालय और जगजीवन कॉलेज में परीक्षा देने के लिए जाने से पहले छात्र नकल की तैयारी में जुटे रहे। पन्ने की पर्ची तैयार कर शरीर में छिपाने में जुटे रहे। कोई मोबाइल से तो कोई गेस पेपर से नकल की पर्ची बनाने में जुटा हुआ दिखा। कोई ऑटो में बैठकर एक समूह बनाकर पर्ची बनाने में जुटा था तो कोई परीक्षा सेंटर से दूर हटकर छोटी से पर्ची में कोड वर्ड के तहत आंसर तैयार कर रहा था। सभी छात्र नकल की तैयारी में जुटे थे। यह देख कर भी आश्चर्य हो रहा था कि आखिर वह नकल की पर्ची कहां छिपा रखे हैं कि शर्ट तलाशी लेने वालों से पकड़ा नहीं जा रहा है। तलाशी लेने वाले अपने काम को ठीक ढंग से नहीं कर रहे थे।