बगहा स्थित वाल्मिकी टाइगर रिजर्व से निकलकर बाघ एक बार फिर रिहायशी इलाके की तरफ पहुंचा गया है। इस बार बाघ ने घने बस्ती के पास डे'रा जमाया हुआ है। VTR के वन प्रमंडल दो स्थित मदनपुर वनक्षेत्र के तिरहुत नहर के पास बिस बिगह सरेह में बाघ ने दो ब'करियों और दो नीलगाय को अपना शि'कार बना लिया है। बुधवार को खेतों में काम करने गए किसानों ने बा'घ को देखा। इसके बाद किसी तरह से जा'न ब'चाकर वहां से भाग निकले।
लोगों के अंदर बाघ का भ'य व्याप्त हो गया है। इससे लोग खेतों में काम करना बंद कर दिया है। बा'घ की चहलकदमी की सूचना मिलते ही वनकर्मियों की टीम बाघ की नि'गरानी करने में जुट गई है।
ब'करी मालिक तुलसी चौधरी ने बताया कि बच्चे बकरी को चराने के लिए तिरहुत नहर के पास बिस बिगहा सरेह में ले गए थे। इसी दरमियान गन्ने के खेत से बाघ निकला और दो बकिरयों को मा'र डाला।
इधर, मदनपुर वनक्षेत्र के रामपुर उपखंड के वनरक्षी गौरीशंकर दुबे ने बताया कि बाघ से बकरी और नीलगाय की मारने की सूचना मिली है।
सूचना को गंभीरता से लेते हुए वनकर्मियों की टीम के साथ बाघ के पगमार्ग की खोजबीन और उसकी निगरानी के लिए तैनात किया गया है। वहीं, लोगों को खेतों की तरफ जाने से मना कर दिया गया है। फिलहाल तेज बारिश होने के कारण बाघ का पग मार्क नहीं मिल सका है।


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