बेतियाःबिहार के बेतिया में आरजेडी और बीजेपी की सियासत की लड़ाई शिलापट्ट व शिलान्यास तक पहुंच गई हैं. चनपटिया विधानसभा के जोकहा और भैसई उपस्वास्थ केंद्र से बीजेपी के दो शिलापट्ट को हटा दिया गया है. आरजेडी एमएलसी ई. सौरभ कुमार कुमार ने चनपटिया विधानसभा से बीजेपी विधायक उमाकांत सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दोनों उपस्वास्थ केंद्र पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल और स्थानीय विधायक उमाकांत सिंह का शिलापट्ट पर नाम था. उसे अब तोड़ दिया गया है. आरजेडी और बीजेपी की लड़ाई अब शिलापट्ट पर पहुंच चुकी है. जिला में इसको लेकर सियासी तापमान बढ़ गया है.

शिलापट्ट को लेकर लड़ाई
बीजेपी के चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह ने बताया कि सरकारी बोर्ड है, कौन तोड़ा है, मुझे मालूम नहीं है. सरकार तय करती है कि बोर्ड पर किसका नाम रहेगा, किसका नाम नहीं रहेगा. यह मामला 2021 का है. यह योजना पहले से स्वीकृत थी. विभाग जिसका नाम कहेगा उसका नाम रहेगा. वहीं इस मामले पर आरजेडी के एमएलसी ई. सौरभ कुमार का कहना है कि नियमतः उस बोर्ड पर मेरे विभाग के मंत्री का नाम होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने 2021 में पूरे बिहार में स्वास्थ केंद्रों का शिलान्यास किया था. उनका नाम नहीं है. वहां के जनप्रतिनिधि का नाम नहीं है. बीजेपी विधायक के द्वारा इस तरह का शिलापट्ट लगा अवैध उगाही की जाती है. इसे मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा. शिलान्यास के नाम पर अवैध उगाही हो रही है.

शिलापट्ट तोड़े जाने सियासत गरमाई
जब प्रोजेक्ट मैनेजर मो. हुसैन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शिलापट्ट हटा दिया गया है. अभी वहां कोई शिलापट्ट नहीं है. एमएलसी ई. सौरभ कुमार आएंगे तो उनसे बात होगी. फिर आगे काम किया जाएगा. बहरहाल जो भी हो, लेकिन शिलान्यास के बाद शिलापट्ट तोड़े जाने पर यहां की सियासत गर्म हो गई है. बिना नाम लिए दोनों राजनीतिक पार्टी के नेता एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. आरजेडी एमएलसी शिलान्यास के नाम पर अवैध उगाही बता रहें हैं. तो बीजेपी चनपटिया विधायक इसे बिना किसी का नाम लिए सरकारी बोर्ड बता रहें हैं.




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