जबलपुर। करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े में फंसे व बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के पूर्व चेयरमैन व पूर्व बिशप पीसी सिंह ने स्कूल और सोसायठियों से मिली रकम को हड़पने के लिए अपना स्वयं का जरोहा नाम से एक ट्रस्ट बना रखा था।
इस ट्रस्ट में उसने अपनी पनी नोरा सिंह, बेटा पीयूष पाल सिंह और बेटी प्रियंका सिंह को ट्रस्टी बनाया था। यह ट्रस्ट उसके कटंगा वाले एक पुराने घर से संचालित किया जाता था। यह बात ईओडब्ल्यू जांच में उजागर हुई। वहीं गत दिवस ईओडब्ल्यू के विवेचना अधिकारी ने भोपाल पहुंचकर मामले से जुड़े दस्तावेज ईडी को सौंप दिए हैं।
11 अक्टूबर को होगी जमानत की सुनवाई
बिशप के रूप में शैक्षणिक संस्थाओं की राषि के दुरुपयोग तथा मिशन की संपत्ति का फर्जीवाड़ा करने के आरोप में गिरफ्तार पीसी सिंह ने जमानत के लिए हाईकोर्ट की शरण ली है। हाईकोर्ट जस्टिस नंदिता दुबे की एकलपीठ के समक्ष ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) की तरफ से बताया किया कि आरोपी के खिलाफ 90 से अधिक प्रकरण दर्ज हैं। जांचकर्ता अधिकारी केस डायरी अपने साथ ले गए हैं। ईओडब्ल्यू ने एकलपीठ को बताया कि अगली सुनवाई के दौरान निश्चित तौर पर केस डायरी पेश कर दी जाएगी। एकलपीठ ने जमानत आवेदन पर अगली सुनवाई 11 अक्टूबर को निर्धारित की है।
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