ऋषिकेश, 1 जून (आईएएनएस)| प्रभावशाली वक्ता, लेखक और चिंतक शिव खेड़ा मंगलवार को यहां के परमार्थ निकेतन पहुंचे। उन्होंने स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंट कर विभिन्न समसामयिक विषयों पर चर्चा की और गंगा आरती में भी शामिल हुए। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा, "शिव खेड़ा दुनिया के उन प्रभावशाली वक्ताओं, लेखकों और चितकों में से एक हैं, जिन्होंने लाखों नागरिकों की जिदगी को अपने विचारों से सकारात्मक दिशा प्रदान की। उन्होंने कई प्रेरणादायी पुस्तकें लिखीं हैं, उनकी लिखी पुस्तकों को जो भी एक बार पढ़ लेता है, उसका जीवन सकारात्मकता और आत्मविश्वास से भर जाता है।"
उन्होंने कहा कि जीवन के प्रति शिव खेड़ा की जो सकारात्मक सोच, प्रेरणा और दृष्टिकोण है, वह अद्भुत है, जिसने न केवल भारत के, बल्कि वैश्विक स्तर पर युवाओं की सोच में सकारात्मक परिवर्तन किया है।
लेखक और चितक शिव खेड़ा ने कहा, "विचार और व्यवहार का आपस में गहरा संबंध है। व्यवहार कभी भी बिना विचार के नहीं आता। विचार पहले आता है, फिर व्यवहार आता है। हम सब आदतों के मजबूर हैं, इसलिए अच्छी आदतें बनाओ, क्योंकि आदतों से ही चरित्र बनता है।"
उन्होंने कहा, "90 प्रतिशत हमारा व्यवहार आदतों से ही होता है। आदतें अच्छी होंगी तो हमारा चरित्र अच्छा होगा। अच्छी आदतें कठिनाई से आती हैं, लेकिन उसके साथ जीना आसान है। इसलिए सकारात्मक व्यवहार हमारी आदत बन जाए तो जीवन सरल हो जाता है और अभ्यास से आदतें हमारे भीतर स्थायी हो जाती हैं। इसलिए अच्छी आदतें को ही जीवन में अपनाएं। जिस व्यवहार को आप प्रोत्साहन देंगे, वही बच्चों की आदत बन जाती है।"
शिवखेड़ा ने स्वामी चिदानंद सरस्वती को 'जीत आपकी', 'बेचना सीखो', 'सफल बनो' और 'फ्रीडम इज नॉट फ्री' आदि पुस्तकें भेंट की।
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