जबलपुर के कलेक्ट्रेट कार्यालय के गार्डन पर परिवार के साथ चूल्हे में खाना बना रहे यह लोग मजदूर हैं। जिनके साथ जबलपुर वन विभाग ने धोखाधड़ी की है। धोखाधड़ी भी इस प्रकार से कि उनसे वन विभाग ने 40 हजार गड्ढे तो खुदवा लिए लेकिन उन्हें मजदूरी के नाम पर वन विभाग ने वहां से भगा दिया गया। जिससे परेशान होकर यह मजदूर कलेक्ट्रेट कार्यालय में अपने परिवार के साथ डेरा डालकर बैठे हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक उन्हें उनकी मजदूरी नहीं मिलेगी तब तक वे कलेक्ट्रेट कार्यालय में ही बैठे रहेंगे। बताया गया है कि इन मजदूरों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय की जनसुनवाई में भी शिकायत दी है। जहां उन्हें अधिकारियों द्वारा एक पावती थमा दी गई। लेकिन इन मजदूरों को अभी तक इस बात की कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है कि उन्हें उनकी मजदूरी का पैसा कब मिलेगा। बता दें कि यह सभी मजदूर कटनी से काम करने के लिए जबलपुर आए हुए थे। जहां वन विभाग ने कुंडम के ग्राम केवलारी में इनसे 40 हजार गड्ढे खुदवाए थे। इन मजदूरों ने बताया कि जब वे वन विभाग से अपनी मजदूरी के पैसे मांगते हैं तो वे अपने उच्च अधिकारियों को फोन करते हैं जहां वे उनका फोन नहीं उठाते हैं। जिससे परेशान होकर वन विभाग ने इन्हें मजदूरी के नाम पर वहां से भगा दिया गया। अब यह सभी मजदूर अपनी मजदूरी के पैसे के लिए दर-दर भटक रहे हैं लेकिन कोई भी इनकी नहीं सुन रहा है
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